किसका नव, ये कैसा नव वर्ष है ?
किसका नव और कैसा ये नव वर्ष है ?
जग को गटर बनाने का अंधा जश्न है
नव वर्ष के नाम पर कैसे बेषर्मी से
चारों तरफ सुरा सुन्दरी का दौर है।
एक तरफ जश्न में दौलत लुटाते है ं
दूसरी तरफ करोडों लोग भूखे नंगे हैं
अपनी भाषा, नाम, वर्ष, संस्कृति छोड़
फिरंगी बन ‘हेपी न्यू इयर’ कह रहे हैं?
देवसिंह रावत
(1 जनवरी 2014 प्रातः 9.32 बजे)
किसका नव और कैसा ये नव वर्ष है ?
जग को गटर बनाने का अंधा जश्न है
नव वर्ष के नाम पर कैसे बेषर्मी से
चारों तरफ सुरा सुन्दरी का दौर है।
एक तरफ जश्न में दौलत लुटाते है ं
दूसरी तरफ करोडों लोग भूखे नंगे हैं
अपनी भाषा, नाम, वर्ष, संस्कृति छोड़
फिरंगी बन ‘हेपी न्यू इयर’ कह रहे हैं?
देवसिंह रावत
(1 जनवरी 2014 प्रातः 9.32 बजे)