हसरत पूरी करते हैं श्रीकृष्ण
जिसने सर पर श्रीकृष्ण का आशीर्वाद रहता
उनकी हर हसरत पूरी होती इस दुनिया में।
यह केवल ख्याली लफाजी नहीं मेरे दोस्त
श्रीकृष्ण ने हर सपने जीवन में पूरे किये मेरे।
किन शब्दों में धन्यवाद करूं में परमेश्वर का
उनकी कृपा से तो चमन आबाद है मेरा।।
नहीं है जीवन में कोई शिकायत कन्हैया से
मुझे चाहत नहीं किसी दौलत व शौहरत की ।
कृष्ण कृपा के बिना मेरा अस्तित्व नहीं जग में
मैं तो हॅू ही नहीं, हैं वही हर कण कण में।
जब से कृष्ण सागर में गोता लगाया है मेने
तब से दुनिया को श्रीकृष्णमय ही मेने पाया।।
-देवसिंह रावत
(श्रीकृष्ण कृपा से जन्माष्टमी के पावन पर्व पर 17 अगस्त की रात 10.36 बजे)
No comments:
Post a Comment